वे सभी जिन्हें टीका नहीं लगाया गया है या पहले संक्रमित नहीं हुए हैं, वे हेपेटाइटिस ए वायरस से संक्रमित हो सकते हैं।
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Agree Agree Agree Stayहेपेटाइटिस ए यकृत में होने वाला एक संक्रमण है, जिसका कारण हेपेटाइटिस ए वायरस है। यह बहुत संक्रामक है और दूषित भोजन या पानी के सेवन से फैलता है।
हेपेटाइटिस ए संक्रमण को रोकने का सबसे विश्वसनीय तरीका टीकाकरण(वैक्सीनेशन) है।
यदि आप निर्धारित समय के दौरान इन टीकाकरणों (वैक्सीनेशन) की खुराक नही ले पाते हैं, तो आप कैच-अप टीकाकरण के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।
हेपेटाइटिस ए यकृत में होने वाला एक अत्यधिक संक्रमण है, जिसका कारण हेपेटाइटिस ए वायरस है। इससे पीड़ित होने पर हल्की से गंभीर बीमारी हो सकती है, जिसे ठीक होने में कुछ हफ्तों से लेकर महीनों तक का समय लग सकता है।
यह रोग आमतौर पर प्रदूषित जल व भोजन के सेवन से फैलता है।
संक्रमित होने वाले हर व्यक्ति में लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। लक्षण (यदि उत्पन्न हों) आमतौर पर संक्रमण के 2 से 4 सप्ताह के भीतर प्रकट हो सकते हैं।
इसमें कई तरह के लक्षम प्रकट हो सकते हैं, उनमें से प्रमुख निम्नलिखित लक्षण हैं:
• बुखार
• उल्टी
• धूसर रंग का मल
• थकान
• पेट दर्द
• जोड़ों का दर्द
• भूख में कमी
• जी मिचलाना
• पीलिया
• गहरे रंग का पेशाब
याद रखें: बच्चों की तुलना में, वयस्कों पर रोग का गंभीर प्रभाव पड़ता है और परिणाम अधिक घातक होते हैं।
बच्चों को 12 महीने की उम्र से हेपेटाइटिस ए का टीका लगाया जा सकता है। हेपेटाइटिस ए के अलग-अलग टीकों के अलग-अलग समय-सारणी होती है।
हेपेटाइटिस ए टीकाकरण के बारे में जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
हालांकि, अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
हेपेटाइटिस ए के टीके आमतौर पर अच्छी तरह से सहन किए जा सकते हैं। लेकिन कई दुष्प्रभाव(साइड इफेक्ट्स) भी हैं, जिनका अनुभव किया जा सकता है, इनमें से प्रमुख हैं:
• बुखार
• लालिमा
• सरदर्द
• भूख में कमी
• सामान्य अस्वस्थता
दुष्प्रभावों (साइड इफेक्ट) के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
वे सभी जिन्हें टीका नहीं लगाया गया है या पहले संक्रमित नहीं हुए हैं, वे हेपेटाइटिस ए वायरस से संक्रमित हो सकते हैं।
हेपेटाइटिस ए पूरे विश्व में पाया जाता है और भारत में भी सामान्य बात है। स्वच्छता और साफ-सफाई में महत्वपूर्ण सुधारों के कारण, कुछ बच्चे कम उम्र में संक्रमित नहीं होते हैं और बाद में उनमें प्रतिरोधक क्षमता विकसित नहीं होती है। इसलिए, अतिसंवेदनशील किशोरों और वयस्कों की बढ़ती संख्या में संक्रमण होने का खतरा होता है। इस आयु वर्ग में संक्रमण गंभीर हो सकता है, जिसका काम और अध्ययन पर प्रभाव पड़ता है। हेपेटाइटिस ए की गंभीरता उम्र के साथ बढ़ती जाती है और कुछ मामलों में तीव्र यकृत विफलता (एक्यूट लिवर फेलियर) या मृत्यु जैसी जटिलताएं भी हो सकती हैं।
आप निम्नलिखित तरीकों से अपने बच्चे को हेपेटाइटिस ए के संक्रमण से बचा सकते हैं:
साफ पानी पीकर और घर व अपने आस-पास अच्छी स्वच्छता बनाए रखकर।
हेपेटाइटिस ए से बचाव का टीकाकरण (वैक्सीनेशन) लगवाकर
ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा प्रारंभ की गई एक जन जागरूकता पहल। डॉ. एनी बेसेंट रोड, वर्ली, मुंबई 400 030, भारत।
इस सामग्री में प्रदर्शित होने वाली जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इस सामग्री में दी गई जानकारी किसी भी तरह का चिकित्सा-संबंधी परामर्श नहीं है। अपनी परिस्थिति के संबंध में किसी भी चिकित्सा-संबंधी संदेह, किसी भी प्रश्न या चिंता के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें। टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के लिए निर्दिष्ट रोग सूची पूर्ण नहीं है, टीकाकरण(वैक्सीनेशन) की पूर्ण समय-सारणी के लिए कृपया अपने बच्चे के बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें। इस सामग्री में दिखाए गए डॉक्टर केवल उदाहरण के लिए प्रस्तुत किये गये हैं और वास्तव में वे पेशेवर मॉडल हैं। रोग के आइकॉन/चित्र और एनीमेशन केवल उदाहरण के लिए प्रदर्शित किये गये हैं।