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चिकन पॉक्स टीकाकरण (वैक्सीनेशन) को रोग से बचाव का एक प्रभावी और अच्छा मान्यताप्राप्त तरीका माना जाता है।

यदि आप टीकाकरण (वैक्सीनेशन) नही करवा पाये हैं, तो आपको क्या करना चाहिए?
कैच-अप वैक्सीनेशन

यदि आप निर्धारित समय के दौरान इन टीकाकरणों (वैक्सीनेशन) की खुराक नही ले पाते हैं, तो आप कैच-अप टीकाकरण के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।

क्या आप जानते थे?

  • चिकनपॉक्स का शिशुओं, किशोरों, वयस्कों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों पर बहुत गंभीर परिणाम पड़ता है।
  • चिकनपॉक्स से निमोनिया और एन्सेफलाइटिस जैसी रोग उत्पन्न हो सकते हैं।

विलम्ब न करें!

चिकनपॉक्स टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।

चिकनपॉक्स क्या है?

चिकनपॉक्स, जिसे वैरिसेला के नाम से भी जाना जाता है, बहुत अधिक संक्रामक रोग है। यह शिशुओं, किशोरों, वयस्कों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों के लिए बहुत गंभीर हो सकता है।

इसका कारण वेरीसेल्ला जोस्टर वायरस है और इसमें छाले जैसे दाने हो जाते हैं, जिनमें खुजली होती है। सबसे पहले दाने छाती पर हो जाते हैं, फिर पीठ व चेहरे से होते हुए अंत में पूरे शरीर पर फैल जाते हैं। इसके अन्य लक्षण बुखार, भूख न लगना, थकान और सिरदर्द हो सकते हैं।

चिकनपॉक्स (वेरीसेल्ला) कैसे फैलता है?

यह वायरस चिकनपॉक्स से पीड़ित व्यक्ति द्वारा उन लोगों में बड़ी आसानी से फैलता है जिन्हें कभी यह बीमारी नहीं हुई है या जिनको टीका नही लगाया गया है। यह कई तरीकों से फैलता है, जिनमें से प्रमुख हैं-

खुले छाले को छूने संक्रमित व्यक्ति के खांसने,
छींकने या बात करने मां से उसके अजन्मे बच्चे को प्लेसेंटा के माध्यम से

चिकनपॉक्स (वैरिसेला) के लक्षण और समस्याएं क्या हैं?

इसके मुख्य लक्षण होते हैं:

हल्का या तेज बुखार
भूख में कमी
दाने हो जाते हैं, जो द्रव से भरे छालों में बदल जाते हैं और उनमें खुजली होने लगती है।
छाले अंततः पपड़ी में बदल जाते हैं

चिकनपॉक्स एक गंभीर रोग है जिसमें बैक्टीरियल सुपरइन्फेक्शन, स्कारिंग, निमोनिया, सेंट्रल नर्वस सिस्टम मैनिफेस्टेशन, रक्तस्राव (ब्लीडिंग) जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। चिकनपॉक्स से उत्पन्न होने वाली समस्याओं से कुछ व्यक्तियों में गंभीर रोग उत्पन्न हो सकते हैं और अस्पताल में भर्ती भी होना पड़ सकता हैं। चिकनपॉक्स से मृत्यु होने की संभावना बहुत कम है।

बच्चे को चिकनपॉक्स का टीका कब लगवाना चाहिए?

बच्चों को दो खुराक (डोज) दी जानी चाहिए:

पहली खुराक (डोज) 15 महीने की आयु पर
दूसरी खुराक (डोज) 18 से 21 महीने की आयु पर

यदि किसी बच्चे की एक या दोनों खुराक(डोज) छूट गई है, तो आप कभी भी कैच-अप टीकाकरण(वैक्सीनेशन) का विकल्प चुन सकते हैं।

हालांकि, अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

चिकनपॉक्स टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के सामान्य दुष्प्रभाव(साइड इफेक्ट्स) क्या हैं?

सबसे सामान्य दुष्प्रभाव अक्सर मामूली होते हैं और अपने आप समाप्त हो जाते हैं।

सामान्य दुष्प्रभाव (साइड इफेक्ट्स) हैं:

बांह में टीके का दर्द
बुखार
हल्का चकत्ता जहां टीका लगाया जाता है
जोड़ों में अस्थायी दर्द और अकड़न टीकाकरण (वैक्सीनेशन) के बाद कभी-कभी गंभीर एलर्जी प्रतिक्रियाएं उत्पन्न हो सकती हैं, लेकिन जानलेवा हो सकती हैं।

गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया के लक्षणों में कमजोरी, चक्कर आना, हृदय का तेजी से धड़कना, सांस लेने में कठिनाई, चेहरे न गले में सूजन और खराश होना शामिल हो सकते हैं।

यदि ऐसी प्रतिक्रियाएं उत्पन्न होती हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें या नजदीकी अस्पताल में जाएं।

दुष्प्रभावों (साइड इफेक्ट) के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

चिकनपॉक्स (वेरीसेल्ला) का मुझ पर और मेरे बच्चे पर क्या प्रभाव पड़ सकते हैं?

चिकनपॉक्स के कारण अस्पताल में भर्ती होने, डॉक्टर के पास जाने, दवा लेने और परिवार के लिए परेशानी जैसे कई आर्थिक और सामाजिक बोझ बढ़ सकते हैं।

चिकनपॉक्स से पीड़ित बच्चों को औसतन 5-6 दिनों तक स्कूल से छुट्टी लेनी पड़ सकती है और माता-पिता को भी अपने बीमार बच्चे की देखभाल के लिए 3-4 दिनों तक नौकरी से छुट्टी लेनी पड़ती है।

मैं अपने बच्चे को चिकनपॉक्स (वेरीसेल्ला) से कैसे बचा सकता हूँ?

चिकनपॉक्स को रोका जा सकता है:
टीकाकरण (वैक्सीनेशन) द्वारा
संक्रमित व्यक्ति से खुद को दूर रखकर
संक्रमित कपड़ों या बिस्तर को नियमित रूप से धोकर

मेरे बच्चे के लिए चेचक का टीका लगवाने की आदर्श उम्र क्या है?

15 महीने और उससे अधिक उम्र के बच्चों को चिकनपॉक्स का टीका लगाया जा सकता है। यदि बच्चे का अनुशंसित समय पर टीकाकरण(वैक्सीनेशन) छूट गया है, तो 18 वर्ष की आयु तक कैच अप टीकाकरण(वैक्सीनेशन) किया जा सकता है। चिकनपॉक्स से बचाव के टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

चिकनपॉक्स का टीका किसे नहीं लगवाना चाहिए?

जिन लोगों को चिकनपॉक्स टीकाकरण(वैक्सीनेशन) की पिछली खुराक या टीकाकरण के किसी विशिष्ट घटक से गंभीर और सम्भवतः जानलेवा एलर्जी प्रतिक्रिया उत्पन्न हुई हो।

चिकनपॉक्स टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के समय जो बीमार हो।

कृपया डॉक्टर से पूछें कि क्या प्राप्तकर्ता:

को एचआईवी/एड्स या कोई अन्य बीमारी है, जो उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करती है

2 सप्ताह या उससे अधिक समय से उन दवाओं का सेवन किया जा रहा है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करती हैं, जैसे कि स्टेरॉयड

किसी भी तरह का कैंसर हो

दवाओं या विकिरण (रेडिएशन)से कैंसर का उपचार चल रहा हो,

हाल ही में ट्रांसफ्यूजन हुआ था या अन्य रक्त उत्पाद दिए गए थे गर्भवती महिलाएं और वे महिलाएं भी जो बच्चे* के लिए प्लानिंग कर रही हैं।

*प्रेगनेन्सी की प्लानिंग करने से 3 महीने पहले वेरीसेल्ला टीकाकरण लगाया जा सकता है।

ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा प्रारंभ की गई एक जन जागरूकता पहल। डॉ. एनी बेसेंट रोड, वर्ली, मुंबई 400 030, भारत।

इस सामग्री में प्रदर्शित होने वाली जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इस सामग्री में दी गई जानकारी किसी भी तरह का चिकित्सा-संबंधी परामर्श नहीं है। अपनी परिस्थिति के संबंध में किसी भी चिकित्सा-संबंधी संदेह, किसी भी प्रश्न या चिंता के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें। टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के लिए निर्दिष्ट रोग सूची पूर्ण नहीं है, टीकाकरण(वैक्सीनेशन) की पूर्ण समय-सारणी के लिए कृपया अपने बच्चे के बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें। इस सामग्री में दिखाए गए डॉक्टर केवल उदाहरण के लिए प्रस्तुत किये गये हैं और वास्तव में वे पेशेवर मॉडल हैं। रोग के आइकॉन/चित्र और एनीमेशन केवल उदाहरण के लिए प्रदर्शित किये गये हैं।

अपने बच्चे की सुरक्षा में संभावित कमियों को पहचानें

यह देखने के लिए एक व्यक्तिगत टाइमलाइन बनाएं कि क्या आपके बच्चे का टीकाकरण छूट तो नही गया है*.

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यहाँ बताये गये रोगों की सूची आईएपी (भारतीय बाल चिकित्सा अकादमी या इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स) द्वारा उनकी सामान्य व कैचअप वैक्सीनेशन सिफारिशों के तहत जारी वैक्सीन द्वारा रोके जा सकने वाले रोगों की सूची में शामिल है। इस सूची के अलावा भी ऐसे कई रोग हो सकते हैं, जो आपके बच्चे को प्रभावित कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें।
ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा प्रारंभ की गई एक जन जागरूकता पहल। डॉ. एनी बेसेंट रोड, वर्ली, मुंबई 400 030, भारत। इस सामग्री में प्रदर्शित होने वाली जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इस सामग्री में दी गई जानकारी किसी भी तरह का चिकित्सा-संबंधी परामर्श नहीं है। अपनी परिस्थिति के संबंध में किसी भी चिकित्सा-संबंधी संदेह, किसी भी प्रश्न या चिंता के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें। टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के लिए निर्दिष्ट रोग सूची पूर्ण नहीं है, टीकाकरण(वैक्सीनेशन) की पूर्ण समय-सारणी के लिए कृपया अपने बच्चे के बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें। इस सामग्री में दिखाए गए डॉक्टर केवल उदाहरण के लिए प्रस्तुत किये गये हैं और वास्तव में वे पेशेवर मॉडल हैं।
सीएल कोड: NP-IN-ABX-WCNT-210003, DoP Dec 2021

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