सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ प्राथमिक रोकथाम एचपीवी टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के माध्यम से प्राप्त की जाती है। इसके अलावा, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में शिक्षा और जागरूकता को सुगम बनाया जाना चाहिए। 30 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को एचपीवी टेस्ट जैसी स्क्रीनिंग करवाकर द्वितीयक रोकथाम के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।