अपने बच्चे को गलसुआ या मम्पस से बचाने का सबसे अच्छा तरीका टीकाकरण(वैक्सीनेशन) है। अन्य निवारक उपायों में शामिल हैं:
• संक्रमित व्यक्तियों के साथ संपर्क को सीमित करना / उनसे दूरी बनाकर रखना
• हाथ धोना
• टिशुओं का उचित निपटान
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Agree Agree Agree Stayगलसुआ एक संक्रामक रोग है और इस रोग के होने के जोखिम को कम करने का सबसे अच्छा तरीका गलसुआ या मम्पस टीकाकरण (एमएमआर टीकाकरण) है।
यदि आप निर्धारित समय के दौरान इन टीकाकरणों (वैक्सीनेशन) की खुराक नही ले पाते हैं, तो आप कैच-अप टीकाकरण के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।
गलसुआ या मम्पस टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
गलसुआ एक गंभीर वायरल रोग है जो मुख्य रूप से एक या दोनों पैरोटिड लार ग्रंथियों (गाल और जबड़े के भाग) को प्रभावित करता है। यह रुबुलावायरस वर्ग के पैरामाइक्सोवायरस के कारण होता है।
मम्प्स वायरस केवल मनुष्यों द्वारा संचारित किया जाता है। यह संक्रमित व्यक्ति के मुंह, नाक या गले से लार या बलगम के माध्यम से फैलता है। मम्पस वायरस फैलाने वाले काम हैं:
• खाँसना
• छींकना
• संक्रमित व्यक्ति के साथ वस्तुएं साझा करना
अधिकांश व्यक्ति लार ग्रंथियों (पैरोटिड ग्रंथि) की सूजन से पीड़ित हो जाते हैं, जिसे पैरोटाइटिस भी कहा जाता है। पैरोटिड ग्रंथि सामने की तरफ और कान के नीचे रहती है, और गलसुआ या मम्पस के दौरान सूज जाती है। इससे गाल फूल जाते हैं, और जबड़ा सूज जाता है और नरम हो जाता है। इसके कुछ अन्य लक्षण हैं:
• बुखार
• सरदर्द
• मांसपेशियों में दर्द
• थकान
• भूख में कमी गलसुआ या मम्पस कई तरह की जटिलताओं का कारण बन सकता है, इनमें से कुछ हैं:
• ऑर्काइटिस - अंडकोष में सूजन
• ओओफोराइटिस - अंडाशय(ओवरी) में सूजन
• पैन्क्रियाटाइटिस - अग्न्याशय में सूजन
• एन्सेफलाइटिस - मस्तिष्क में सूजन
• मेनिन्जाइटिस - मस्तिष्क और मेरुदण्ड को ढकने वाले ऊतकों में सूजन अंडकोष की सूजन से पुरुषों में अस्थायी स्टेरिलिटी या प्रजनन क्षमता में कमी आ सकती है।
बच्चों को तीन खुराक दी जानी चाहिए:
• 9 महीने की उम्र में पहली खुराक
• 15 महीने की उम्र में दूसरी खुराक
• 4 से 6 उम्र के बीच तीसरी खुराक तीसरी खुराक पिछली खुराक के 8 सप्ताह बाद किसी भी समय दी जा सकती है।
कैच-अप वैक्सीनेशन:
• सभी स्कूली उम्र के बच्चों और किशोरों जिन्हें पहले मम्पस टीकाकरण (एमएमआर टीकाकरण) नहीं लगा है, उन्हें 2 खुराक देना जरूरी होता है।
• यदि उन्हें एक बार टीका लगाया जा चुका है, तो केवल एक खुराक देनी जरूरी है
• 2 खुराकों के बीच न्यूनतम अंतराल 4 सप्ताह होना चाहिए
अधिकांश बच्चों में टीकाकरण के बाद कोई दुष्प्रभाव (साइड इफेक्ट्स) दिखाई नहीं देता है। फिर भी यदि कोई दुष्प्रभाव (साइड इफेक्ट्स) होते हैं, तो ज्यादातर हल्के होते हैं और इसमें से प्रमुख हैं:
• टीकाकरण की जगह पर दर्द, सूजन या लालिमा
• बुखार
• मामूली चकत्ते
• जोड़ों में अस्थायी दर्द और अकड़न कदाचित, दुष्प्रभावों (साइड इफेक्ट्स) में तेज बुखार शामिल हो सकता है जिससे दौरे पड़ सकते हैं। दुष्प्रभावों (साइड इफेक्ट्स) के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
अपने बच्चे को गलसुआ या मम्पस से बचाने का सबसे अच्छा तरीका टीकाकरण(वैक्सीनेशन) है। अन्य निवारक उपायों में शामिल हैं:
• संक्रमित व्यक्तियों के साथ संपर्क को सीमित करना / उनसे दूरी बनाकर रखना
• हाथ धोना
• टिशुओं का उचित निपटान
• जिन व्यक्तियों को एमएमआर के टीके की पिछली खुराक या टीकाकरण के किसी विशिष्ट घटक से कोई गंभीर और संभावित रूप से जानलेवा एलर्जी संबंधी प्रतिक्रिया उत्पन्न हुई हो।
• जो एमएमआर के टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के समय बीमार हों।
• कृपया डॉक्टर से पूछें कि क्या प्राप्तकर्ता:
1. को एचआईवी/एड्स या कोई अन्य बीमारी है जो उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करती है।
2. का 2 सप्ताह या उससे अधिक समय तक उन दवाओं से इलाज किया जा रहा है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करती हैं, जैसे स्टेरॉयड,
3. को किसी प्रकार का कैंसर है
4. का दवाओं या विकिरण के साथ कैंसर का इलाज चल रहा है 5. का हाल ही में ट्रांसफ्यूजन हुआ था या उसे कोई अन्य रक्त उत्पाद दिए गए थे
• गर्भवती महिलाएं और वे महिलाएं जो बच्चे की प्लानिंग* कर रही हैं।
*गर्भावस्था की प्लानिंग करने से 3 महीने पहले एमएमआर का टीका लगवाना चाहिए।
ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा प्रारंभ की गई एक जन जागरूकता पहल। डॉ. एनी बेसेंट रोड, वर्ली, मुंबई 400 030, भारत।
इस सामग्री में प्रदर्शित होने वाली जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इस सामग्री में दी गई जानकारी किसी भी तरह का चिकित्सा-संबंधी परामर्श नहीं है। अपनी परिस्थिति के संबंध में किसी भी चिकित्सा-संबंधी संदेह, किसी भी प्रश्न या चिंता के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें। टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के लिए निर्दिष्ट रोग सूची पूर्ण नहीं है, टीकाकरण(वैक्सीनेशन) की पूर्ण समय-सारणी के लिए कृपया अपने बच्चे के बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें। इस सामग्री में दिखाए गए डॉक्टर केवल उदाहरण के लिए प्रस्तुत किये गये हैं और वास्तव में वे पेशेवर मॉडल हैं। रोग के आइकॉन/चित्र और एनीमेशन केवल उदाहरण के लिए प्रदर्शित किये गये हैं।