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खसरा एक गंभीर वायरल रोग है, जिसे खसरा टीकाकरण (एमएमआर टीकाकरण) द्वारा रोका जा सकता है।

यदि आप टीकाकरण (वैक्सीनेशन) नही करवा पाये हैं, तो आपको क्या करना चाहिए?
कैच-अप वैक्सीनेशन

यदि आप निर्धारित समय के दौरान इन टीकाकरणों (वैक्सीनेशन) की खुराक नही ले पाते हैं, तो आप कैच-अप टीकाकरण के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।

क्या आप जानते थे?

  • खसरे से बचाव के लिए टीके भी मम्पस और रूबेला के मिश्रण में भी उपलब्ध हैं।
  • जिन छोटे बच्चों का टीकाकरण(वैक्सीनेशन) नही करवाया गया हो, उनमें खसरा होने का खतरा सबसे अधिक होता है, जिसके कारण कई तरह की जटिलताओं का सामना करना पड सकता है, कई मामलों में मृत्यु हो सकती है।

विलम्ब न करें!

खसरा टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।

खसरा क्या है?

खसरा एक अत्यधिक संक्रामक और गंभीर वायरल रोग है जो श्वसन पथ को संक्रमित करता है और पूरे शरीर में फैल जाता है।

खसरा कैसे फैलता है?

खसरा संक्रमित व्यक्तियों से खांसने और छींकने या सीधे संपर्क से सांस के माध्यम से फैलता है।

खसरे के लक्षण और जटिलताएं क्या हैं?

खसरे का पहला लक्षण आमतौर पर तेज बुखार होता है जिसके बाद अन्य लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे:
• चकत्ते, आमतौर पर चेहरे और ऊपरी गर्दन पर, जो हाथों और पैरों तक फैल सकते हैं
• खाँसी
• नाक बहना लाल, पानी से भरी आंखें गालों में छोटे सफेद धब्बे गंभीर जटिलताएं आमतौर पर 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों या 30 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों में देखी जाती हैं।
ये जटिलताएं हो सकती हैं: दृष्टीहीनता एन्सेफलाइटिस (एक संक्रमण जिसके कारण मस्तिष्क में सूजन उत्पन्न हो जाती है) गंभीर दस्त और उसके कारण निर्जलीकरण कान में संक्रमण या निमोनिया जैसे गंभीर श्वसन संक्रमण

एक बच्चे को खसरा टीकाकरण (एमएमआर टीकाकरण) कब लगवाया जाना चाहिए?

बच्चों को तीन खुराक दी जानी चाहिए:
• 9 महीने की उम्र में पहली खुराक
• 15 महीने की उम्र में दूसरी खुराक
• 4 से 6 उम्र के बीच तीसरी खुराक
तीसरी खुराक पिछली खुराक के 8 सप्ताह बाद किसी भी समय दी जा सकती है।

कैच-अप वैक्सीनेशन:
• सभी स्कूली उम्र के बच्चों और किशोरों जिन्हें पहले मम्पस टीकाकरण (एमएमआर टीकाकरण) नहीं लगा है, उन्हें 2 खुराक देना जरूरी होता है।
• यदि उन्हें एक बार टीका लगाया जा चुका है, तो केवल एक खुराक देनी जरूरी है
• 2 खुराकों के बीच न्यूनतम अंतराल 4 सप्ताह होना चाहिए हालांकि अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

मैं अपने बच्चे को खसरे से कैसे बचा सकता हूँ?

खसरा टीकाकरण (एमएमआर टीकाकरण) बच्चों को खसरे से बचाने का प्रभावी तरीका है।

जोखिम पर कौन है?

अधिकांश उन छोटे बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा होता है, जिनका टीकाकरण(वैक्सीनेशन) नही किया गया हो। इससे उन गर्भवती महिलाओं * और गैर-प्रतिरक्षा वाले व्यक्तिों को सुरक्षित नहीं कहा जा सकता है जिनका टीकाकरण(वैक्सीनेशन) नही किया गया है या जिनमें प्रतिरक्षा विकसित नहीं हुई है।

*गर्भावस्था की प्लानिंग करने से 3 महीने पहले एमएमआर का टीका लगवाना चाहिए।

किन व्यक्तियों को एमएमआर टीकाकरण नहीं लगवाना चाहिए?

• जिन व्यक्तियों को खसरे के टीके की पिछली खुराक या टीकाकरण के किसी विशिष्ट घटक से कोई गंभीर और संभावित रूप से जानलेवा एलर्जी संबंधी प्रतिक्रिया उत्पन्न हुई हो।
• जो खसरे के टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के समय बीमार हों।
• कृपया डॉक्टर से पूछें कि क्या प्राप्तकर्ता:

1. को एचआईवी/एड्स या कोई अन्य बीमारी है जो उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करती है।
2. का 2 सप्ताह या उससे अधिक समय तक उन दवाओं से इलाज किया जा रहा है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करती हैं, जैसे स्टेरॉयड,
3. को किसी प्रकार का कैंसर है
4. का दवाओं या विकिरण के साथ कैंसर का इलाज चल रहा है
5. का हाल ही में ट्रांसफ्यूजन हुआ था या उसे कोई अन्य रक्त उत्पाद दिए गए थे

• गर्भवती महिलाएं और वे महिलाएं जो बच्चे की प्लानिंग* कर रही हैं।

*गर्भावस्था की प्लानिंग करने से 3 महीने पहले खसरे का टीका लगवाना चाहिए।

ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा प्रारंभ की गई एक जन जागरूकता पहल। डॉ. एनी बेसेंट रोड, वर्ली, मुंबई 400 030, भारत।

इस सामग्री में प्रदर्शित होने वाली जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इस सामग्री में दी गई जानकारी किसी भी तरह का चिकित्सा-संबंधी परामर्श नहीं है। अपनी परिस्थिति के संबंध में किसी भी चिकित्सा-संबंधी संदेह, किसी भी प्रश्न या चिंता के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें। टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के लिए निर्दिष्ट रोग सूची पूर्ण नहीं है, टीकाकरण(वैक्सीनेशन) की पूर्ण समय-सारणी के लिए कृपया अपने बच्चे के बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें। इस सामग्री में दिखाए गए डॉक्टर केवल उदाहरण के लिए प्रस्तुत किये गये हैं और वास्तव में वे पेशेवर मॉडल हैं। रोग के आइकॉन/चित्र और एनीमेशन केवल उदाहरण के लिए प्रदर्शित किये गये हैं।

अपने बच्चे की सुरक्षा में संभावित कमियों को पहचानें

यह देखने के लिए एक व्यक्तिगत टाइमलाइन बनाएं कि क्या आपके बच्चे का टीकाकरण छूट तो नही गया है*.

अभी उपयोग करना प्रारंभ करें

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यह वेबसाइट केवल भारत के निवासियों के लिए है।
यहाँ बताये गये रोगों की सूची आईएपी (भारतीय बाल चिकित्सा अकादमी या इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स) द्वारा उनकी सामान्य व कैचअप वैक्सीनेशन सिफारिशों के तहत जारी वैक्सीन द्वारा रोके जा सकने वाले रोगों की सूची में शामिल है। इस सूची के अलावा भी ऐसे कई रोग हो सकते हैं, जो आपके बच्चे को प्रभावित कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें।
ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा प्रारंभ की गई एक जन जागरूकता पहल। डॉ. एनी बेसेंट रोड, वर्ली, मुंबई 400 030, भारत। इस सामग्री में प्रदर्शित होने वाली जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इस सामग्री में दी गई जानकारी किसी भी तरह का चिकित्सा-संबंधी परामर्श नहीं है। अपनी परिस्थिति के संबंध में किसी भी चिकित्सा-संबंधी संदेह, किसी भी प्रश्न या चिंता के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें। टीकाकरण(वैक्सीनेशन) के लिए निर्दिष्ट रोग सूची पूर्ण नहीं है, टीकाकरण(वैक्सीनेशन) की पूर्ण समय-सारणी के लिए कृपया अपने बच्चे के बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लें। इस सामग्री में दिखाए गए डॉक्टर केवल उदाहरण के लिए प्रस्तुत किये गये हैं और वास्तव में वे पेशेवर मॉडल हैं।
सीएल कोड: NP-IN-ABX-WCNT-210003, DoP Dec 2021

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