You are now leaving GSK’s website and are going to a website that is not operated/controlled by GSK. Though we feel it could be useful to you,we are not responsible for the content/service or availability of linked sites. You are therefore mindful of these risks and have decided to go ahead.

Agree Agree Agree Stay

जैपनीज़ एंकफ्लाइटस एगो वायरल संक्रमण बा जउन संक्रमित मच्छर के काटे से फैलेला। एकरा के वैक्सीनेशन (टीकाकरण) के माध्यम से रोका जा सकता।

जैपनीज़ एंकफ्लाइटस एगो वायरल संक्रमण बा जउन संक्रमित मच्छर के काटे से फैलेला। एकरा के वैक्सीनेशन (टीकाकरण) के माध्यम से रोका जा सकता।

जैपनीज़ एंकफ्लाइटस एगो वायरल संक्रमण बा जउन संक्रमित मच्छर के काटे से फैलेला। एकरा के वैक्सीनेशन (टीकाकरण) के माध्यम से रोका जा सकता।

टीकाकरण (वैक्सीनेशन) छूट जाये पर रउआ के का करे चाहीं?
कैच-अप टीकाकरण (वैक्सीनेशन)

अगर रउआ निर्धारित समय के दौरान इ टीकाकरण (वैक्सीनेशन) के खुराक लेवे से छूट जातरीं, तब रउआ कैच-अप टीकाकरण (वैक्सीनेशन) खातिर राउर डॉक्टर से परामर्श कर सकतरीं।

का रउआ जानेनीं?

  • डब्ल्यूएचओ के अनुमान के अनुसार, हर साल दुनिया भर में जैपनीज़ एंकफ्लाइटस के लगभग 68 हजार मामला सामने आयेला।
  • सभी मामला में से, लगभग 75% मामला 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चा संक्रमित बा।

देरी मत करीं!

जैपनीज़ एंकफ्लाइटस वैक्सीनेशन (टीकाकरण) के बारे में अधिक जानकारी खातिर राउर बाल रोग चिकित्सक (पीडियाट्रिशन) से परामर्श लीं।

जैपनीज़ एंकफ्लाइटस बा बा?

जैपनीज़ एंकफ्लाइटस एगो वायरल संक्रमण बा जउन एगो फ्लेविवायरस के कारण होला। ई वायरस से संक्रमित मच्छर के काटे से फैलेला। संक्रमण के प्राथमिक स्रोत सूअर अउर पक्षी में पाये जायेला जउन फ्लेविवायरस ले जायेला, लउन संक्रमित जानवर के काटे पर मच्छर में स्थानांतरित हो जायेला। ई बीमारी गंभीर मामला में मस्तिष्क के सूजन या क्षति के कारण बन सकता, जेकरा कारण स्थायी मस्तिष्क क्षति हो सकत बा। मच्छर जो वायरस को ले जायेला, ज्यादातर उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में प्रजनन करेला, दोनों ग्रामीण अउर शहरी, जेकरा में दलदली भूमि, सुअर फार्म अउर धान के खेत शामिल बा।

गंभीर जटिलता के विकसित करे वाला चार मामला में से लगभग एगो संक्रमण के कारण मर जायेला।

जैपनीज़ एंकफ्लाइटस कइसे फैलेला?

ई वायरल रोग जानवर से मनुष्य में मच्छर द्वारा फैलेला। सूअर अउर पंक्षी इ वायरस के प्राथमिक वाहक बा। जब कउनो मच्छर कउनो संक्रमित जानवर या पंक्षी के काटेला, तब इ वायरस से संक्रमित हो जायेला। अब, यदि उ संक्रमित मच्छर मनुष्य के काटी, तब इ वायरस पर गुजरेला, अउर आगे संक्रमण के कारण बनेला।

वायरस मानव संपर्क या पेय या भोजन के साझाकरण के माध्यम से नइखे फैलेला।

जैपनीज़ एंकफ्लाइटस के लक्षण अउर जटिलता का बा ?

बीमारी से संक्रमित अधिकांश लोगन में सिरदर्द या मतली जइसन कउनो या हलका लक्षण नइखे दिखेला। लक्षण आमतौर पर फ्लू खातिर गलत समझल जायेला।

हालांकि, जैपनीज़ एंकफ्लाइटस से संक्रमित लोगन के एगो छोटा सा प्रतिशत जटिलता के विकास करेला काहेकि संक्रमण मस्तिष्क में फैलेला। शायद ही कभी एगो गंभीर स्थिति वाला व्यक्ति के अनुभव हो सकता:

  • मस्तिष्क की सूजन
  • तेज़ बुखार
  • दौरा
  • भटकाव
  • पक्षाघात या कंपकंपी

यदि गंभीर जटिलता वाला व्यक्ति जीवित रहे में समर्थ बा, तब उ स्थायी मस्तिष्क क्षति, एगो या दुगो अंगं में लकवा, कमजोर मांसपेशिया, झटका, आदि के अनुभव कर सकता।

एगो बच्चा के जैपनीज़ एंकफ्लाइटस के वैक्सीनेशन (टीकाकरण) कब लेवे चाहीं?एगो बच्चा के जैपनीज़ एंकफ्लाइटस के वैक्सीनेशन (टीकाकरण) कब लेवे चाहीं?

जैपनीज़ एंकफ्लाइटस वैक्सीन आमतौर पर दो महीना अउर आकेरा से अधिक उम्र के बच्चा खातिर अनुशंसित करल गइल बा।

हालाँकि, अधिक जानकारी खातिर राउर डॉक्टर से परामर्श लीं।

जैपनीज़ एंकफ्लाइटस वैक्सीनेशन (टीकाकरण) से जुड़ल सामान्य साइड इफेक्ट का बा?

टीका लगावल गइल व्यक्ति के हलका अउर अल्पकालिक दुसाइड इफेक्ट के अनुभव हो सकता, जइसे:

  • इंजेक्शन साइट में दर्द, सूजन या लाली
  • मांस-पेशिया में दर्द
  • सर दर्द

अगर साइड इफेक्ट जारी रहता, तब कृपया राउर डॉक्टर से परामर्श करीं।

अक्सर पूछे जाये वाला प्रश्न

का जैपनीज़ एंकफ्लाइटस खातिर कउनो इलाज बा?का जैपनीज़ एंकफ्लाइटस खातिर कउनो इलाज बा?का जैपनीज़ एंकफ्लाइटस खातिर कउनो इलाज बा?

वर्तमान में, जैपनीज़ एंकफ्लाइटस खातिर कउनो विशिष्ट इलाज नइखे बा। हालांकि, दवा, तरल पदार्थ अउर ऑक्सीजन सहित रोगसूचक उपचार, व्यक्ति के संक्रमण से लड़े में मदद कर सकता।वर्तमान में, जैपनीज़ एंकफ्लाइटस खातिर कउनो विशिष्ट इलाज नइखे बा। हालांकि, दवा, तरल पदार्थ अउर ऑक्सीजन सहित रोगसूचक उपचार, व्यक्ति के संक्रमण से लड़े में मदद कर सकता।

ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड द्वारा एगो सार्वजनिक जागरूकता पहल। डॉ. एनी बेसेंट रोड, वर्ली, मुंबई 400 030, भारत।

ई सामग्री में प्रदर्शित होवे वाला जानकारी केवल सामान्य जागरूकता खातिर बा। ई सामग्री में निहित कउनो भी मेडिकल सलाह नइखे। राउर स्थिति के संबंध में कउनो भी मेडिकल प्रश्न, कउनो भी प्रश्न या चिंता खातिर कृपया राउर डॉक्टर से परामर्श करीं। वैक्सीनेशन (टीकाकरण) खातिर सूचित रोग के सूची पूरा नइखे बा, पूरा वेक्सीनेशन (टीकाकरण) समय-सारणी खातिर कृपया राउर बच्चा के पीडीअट्रिशन से संपर्क करीं। ई सामग्री में दिखावल गइल डॉक्टर के उपयोग केवल उदाहरण के उद्देश्य से करल गइल बा अउर इ एगो पेशेवर मॉडल बा। रोग प्रतिनिधित्व आइकन/चित्र अउर एनीमेशन केवल उदाहरण के उद्देश्य खातिर बा।

राउर बच्चा सुरक्षा में संभावित कमी खोजीं

का रउआ के बच्चा के वेक्सीनेशन (टीकाकरण) छूटल बा ई देखे खातिर एगो व्यक्तिगत टाइम्लाइन बनाईं*

अभीए से उपयोग शुरू करीं

2021(c) Glaxosmithkline Pharaceuticals Ltd. सभी अधिकार सुरक्षित
गोपनीयता नीति | कुकीज़ नीति | उद् घोषणा (डिस्क्लेमर)

डिस्क्लेमर:
इ वेबसाइट केवल भारत के निवासि खातिर बा।
अइजा बताइल गइल रोग के सूची IAP (इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स) द्वारा उनकर नियमित अउर कैचअप वैक्सीनेशन (टीकाकरण) सिफारिश में रोके जा सके वाला रोग के सूची में शामिल बा। इ सूची के अलावा अउर रोग हो सकेला जउन बच्चा के प्रभावित कर सकतरीं। अधिक जाने खातिर राउर बाल पीडीअट्रिशन से परामर्श करीं।
ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड द्वारा एगो सार्वजनिक जागरूकता पहल। डॉ. एनी बेसेंट रोड, वर्ली, मुंबई 400 030, भारत।.
CL code: NP-IN-ABX-WCNT-210003, DoP Dec 2021

शेअर ऑन

शेअर

Vaccination Tracker