ना, पोलियो के कउनो इलाज नइखे बा। उचित टीकाकरण (वैक्सीनेशन) से एगो बच्चा के प्रतिरक्षण (इम्यनाइजि़ंग) करले पर पोलियो के रोकल जा सकत बा
You are now leaving GSK’s website and are going to a website that is not operated/controlled by GSK. Though we feel it could be useful to you,we are not responsible for the content/service or availability of linked sites. You are therefore mindful of these risks and have decided to go ahead.
Agree Agree Agree Stayपोलियो, या पोलियोमाइलाइटिस, एगो संक्रामक वायरल रोग बा जेकर कारण लकवा हो सकता, जउन स्थायी विकलांगता में से एगो बा अउर यहां तक के मृत्यु भी हो सकता। पोलियो टीकाकरण ई रोग से रक्षा करले के एगो प्रभावी तरीका बा।
अगर रउआ निर्धारित समय के दौरान इ टीकाकरण (वैक्सीनेशन) के खुराक लेवे से छूट जातरीं, तब रउआ कैच-अप टीकाकरण (वैक्सीनेशन) खातिर राउर डॉक्टर से परामर्श कर सकतरीं।
पोलियो टीकाकरण (वैक्सीनेशन) के बारे राउर डॉक्टर से बात करीं।
पोलियोमाइलाइटिस, पोलियोवायरस के कारण होवे वाला एगो रोग बा, आमतौर पर पोलियो के रूप में जानल जायेला। ई मुख्य रूप से बच्चा लोगन के प्रभावित करेला अउर एकर गंभीरता के आधार पर, लकवा (पैरालिसिस) अउर मौत के कारण बन सकत बा। एकर अलावा रोग से बचल लोगन भी पोस्ट-पोलियो सिंड्रोम से प्रभावित होला। उ लोगन के संक्रमण के लगभग 15 से 40 साल के बाद मांसपेशिया में दर्द, कमजोरी और लकवा (पैरालिसिस) के अनुभव होला।
पोलियोवायरस अत्यधिक संक्रामक होला अउर ई खातिर, एगो व्यक्ति से दूसर व्यक्ति में आसानी से फैल सकता। ई निम्नलिखित तरीका से फैलेला:
बिना लक्षण वाला व्यक्ति भी पोलियो (विषाणु) वायरस फैला सकता।
पोलियो वायरस से संक्रमित प्रत्येक व्यक्ति में एकर लक्षण नइखे दिखाई देवेला। हालांकि, प्रत्येक चार संक्रमित व्यक्ति में से लगभग 1 में फ्लू से पीड़ित कउनो व्यक्ति में देखल गइल लक्षण के समान लक्षण दिखाई देवेला। एकरा में शामिल बा:
ई हलका लक्षण बा अउर आमतौर पर 2 से 5 दिन से अधिक समय तक नइखे रहेला।
संक्रमण के गंभीरता के आधार पर, कउनो व्यक्ति गंभीर लक्षण के अनुभव कर सकता जउन रीढ़ अउर मस्तिष्क के प्रभावित करेला, जइसे: पेरेस्थेसिया, जउन पिन-अउर-सुई के भावना या अंग में सुन्नता बा, विशेष रूप से
पैर में मेनिनजाइटिस (मस्तिष्क ज्वर), जउन मस्तिष्क अउर रीढ़ के हड्डी के झिल्ली के सूजन बा लकवा (पैरालिसिस) सबसे गंभीर लक्षण में से एगो बा जउन स्थायी विकलांगता अउर मृत्यु के कारण बन सकता, जउन एकरा के पोलियो से जुड़ल सबसे गंभीर लक्षण बनाये ला।
ना, पोलियो के कउनो इलाज नइखे बा। उचित टीकाकरण (वैक्सीनेशन) से एगो बच्चा के प्रतिरक्षण (इम्यनाइजि़ंग) करले पर पोलियो के रोकल जा सकत बा
ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड द्वारा एगो सार्वजनिक जागरूकता पहल। डॉ. एनी बेसेंट रोड, वर्ली, मुंबई 400 030, भारत।
ई सामग्री में प्रदर्शित होवे वाला जानकारी केवल सामान्य जागरूकता खातिर बा। ई सामग्री में निहित कउनो भी मेडिकल सलाह नइखे। राउर स्थिति के संबंध में कउनो भी मेडिकल प्रश्न, कउनो भी प्रश्न या चिंता खातिर कृपया राउर डॉक्टर से परामर्श करीं। वैक्सीनेशन (टीकाकरण) खातिर सूचित रोग के सूची पूरा नइखे बा, पूरा वेक्सीनेशन (टीकाकरण) समय-सारणी खातिर कृपया राउर बच्चा के पीडीअट्रिशन से संपर्क करीं। ई सामग्री में दिखावल गइल डॉक्टर के उपयोग केवल उदाहरण के उद्देश्य से करल गइल बा अउर इ एगो पेशेवर मॉडल बा। रोग प्रतिनिधित्व आइकन/चित्र अउर एनीमेशन केवल उदाहरण के उद्देश्य खातिर बा।